हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं।जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।
सवाल:अगर हर पीढ़ी का सबसे बड़ा बेटा" वक़्फ़ के मुतवल्ली के रूप में नियुक्त कर दिया जाए, तो उसकी मौत के बाद अगला मुतवल्ली उसका सबसे बड़ा बेटा होगा या उसका भाई होगा?
जवाब: उसके बाद उससे छोटा भाई मुतवल्ली होगा और जब तक पहले मुतवल्ली का भाई ज़िंदा है, तब तक उसके बेटे मुतवल्ली नहीं होंगे, यहाँ तक कि पहली पीढ़ी के सभी लोग इंतेक़ाल कर जाएं, इस स्थिति में, उनकी अगली पीढ़ी का सबसे बड़ा बेटा मुतवल्ली बनेगा और अगली पीढ़ियों में भी ये सिलसिला इसी तरह जारी रहेगा। कुल मिला कर यह कि जब तक पिछली पीढ़ी का एक भी मर्द ज़िंदा है, तब तक अगली पीढ़ी का कोई भी मर्द उस वक़्फ़ का मुतवल्ली नहीं बन सकता।